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तुम में से प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर में विश्वास करके नए सिरे से अपने जीवन की जांच करके यह देख सकता है कि क्या परमेश्वर को खोजते समय, तुम सच्चे रूप में समझ पाए हो
परमेश्वर ने मानवजाति की सृष्टि की; इसकी परवाह किये बगैर कि उन्हें भ्रष्ट किया गया है या नहीं या वे उसका अनुसरण करते है या नहीं करते, परमेश्वर मनुष्य से अपने प्रियजनों के समान व्यवहार करता है—या जैसा मानव प्राणी कहेंगे, ऐसे लोग जो उसके लिए अतिप्रिय हैं-और उसके खिलौने नहीं हैं।
दो हजार वर्षों तक, हमने बाइबल के अनुसार प्रभु में विश्वास किया है, और हम में से अधिकांश मानते हैं "बाइबल प्रभु का प्रतिनिधित्व करती है, परमेश्वर में विश्वास करना बाइबल में विश्वास करना है, बाइबल में विश्वास करना परमेश्वर में विश्वास करना है।"
गवाहियाँ · 11. February 2020
प्‍यारे भाइयो और बहनो, में वेई ना हूँ और मैं आपको बताना चाहती कि मैंने प्रभु यीशु की वापसी का स्‍वागत कैसे किया। प्रभु में अपने कई भाई बहनों की तरह ही, मेरे सबसे बड़ी इच्‍छा यह थी कि प्रभु आएँ और मुझे स्‍वर्ग के राज्‍य में आरोहित करें।
अब हम अंत के दिनों के आखिरी दौर में हैं और परमेश्वर की वापसी के बारे में बाइबल में दी गईं सभी भविष्यवाणियाँ अब पूरी हो चुकी हैं।
परमेश्वर देह बनकर मसीह कहलाता है, जो मसीह सत्य दे पाए, परमेश्वर कहलाता है। ये कहना कोई बड़ी बात नहीं, क्योंकि उसमें सारतत्व है परमेश्वर का।
"जब परमेश्‍वर ने कहा, 'उजियाला हो,' तो उजियाला हो गया। और परमेश्‍वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है; और परमेश्‍वर ने उजियाले को अन्धियारे से अलग किया। और परमेश्‍वर ने उजियाले को दिन और अन्धियारे को रात कहा। तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार पहला दिन हो गया"
सभी मानव-जाति से ऊपर मसीह की दिव्यता है, सभी रचे प्राणियों में वो सबसे ऊँचा अधिकारी है।