धन्य हैं वे जो ईश्वर के लिए स्वयं को सचमुच खपाते हैं | ईसाई भजन

धन्य हैं वे जो ईश्वर के लिए स्वयं को सचमुच खपाते हैं | ईसाई भजन

 

उन्हें चाहूँ जो करें मेरी इच्छा पूरी

जो कर पाएँ परवाह मेरे बोझ की,

और दें सब कुछ अपना मुझको ही,

पूरे हृदय और ईमानदारी से ही।

 

मैं सदा उनको प्रबुद्ध करूँगा,

मैं उन्हें अपने से दूर जाने ना दूंगा।

"जो खुद को मेरे लिए खपाता,

इस बात को निष्ठा से करता,

मैं तुम्हें दूँगा आशीष निश्चय ही,"

यही वो वचन हैं, जो कहूँ मैं सदा ही।

 

क्या तुम्हें मालूम है "आशीष" क्या है?

पवित्र आत्मा के काम से,

उसके अभी के काम के लिहाज से,

मैं ये बोझ तुम्हें देता हूँ।

"जो खुद को मेरे लिए खपाता,

इस बात को निष्ठा से करता,

मैं तुम्हें दूँगा आशीष निश्चय ही,"

यही वो वचन हैं, जो कहूँ मैं सदा ही।

 

वो सब जो कलीसिया का बोझ उठाते हैं,

निष्ठा से खुद को मुझपे खपाते हैं।

उनके बोझ और सच्चे दिल मेरे दिए आशीष हैं

और मेरा प्रकाशन भी उनके लिए मेरा आशीष है

"जो खुद को मेरे लिए खपाता,

इस बात को निष्ठा से करता,

मैं तुम्हें दूँगा आशीष निश्चय ही,"

यही वो वचन हैं, जो कहूँ मैं सदा ही।

"मेमने का अनुसरण करना और नए गीत गाना" से

 

मनुष्य के लिए परमेश्वर की सबसे बड़ी कृपा क्या है?

जानने के लिए अभी पढ़ें, 4 पहलुओं से परमेश्वर की कृपा को जानना

 

Hindi Worship Songs - A Collection of Hymns - Well Worth Listening to

Write a comment

Comments: 0