Posts tagged with "परमेश्वर के नक़्शे-कदम"
चूँकि हम समझते हैं कि कार्य के तीन चरण एक परमेश्वर द्वारा किए जाते हैं, इसलिए हम समझ सकते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर का अनुसरण करना यीशु मसीह के साथ विश्वासघात करना नहीं है, बल्कि लौटे हुए यीशु मसीह का स्वागत करना है और मेम्ने के पदचिह्नों पर चलना है। जैसा कि प्रकाशितवाक्य में लिखा है: 'ये वे ही हैं कि जहाँ कहीं मेम्ना जाता है, वे उसके पीछे हो लेते हैं' (प्रकाशितवाक्य 14:4)।"
धन्य हैं वो सब जो करते हैं पालन,
पवित्र आत्मा के आज के कथनों का।
नहीं फ़र्क पड़ता कि वे कैसे हुआ करते थे,
या पवित्र आत्मा उनमें कैसे काम किया करता था।
परमेश्वर की छह-हज़ार-वर्षीय प्रबंधन योजना समाप्त हो रही है, और राज्य का द्वार उन सभी लोगों के लिए पहले से ही खोल दिया गया है जो उसके प्रकटन को चाहते हैं। प्रिय भाइयो और बहनो, तुम लोग किसकी प्रतीक्षा कर रहे हो? वह क्या है जो तुम खोजते हो?
धार्मिक दुनिया के पादरी और एल्डर्स अक्सर विश्वासियों को यह उपदेश देते हैं कि प्रभु यीशु को हर किसी के पापों के लिए सूली पर चढ़ा दिया गया था और मनुष्य को पापों से छुटकारा मिल चुका है।
"और उसके वचन को मन में स्थिर नहीं रखते, क्योंकि जिसे उसने भेजा तुम उसका विश्वास नहीं करते। तुम पवित्रशास्त्र में ढूँढ़ते हो, क्योंकि समझते हो कि उसमें अनन्त जीवन तुम्हें मिलता है; और यह वही है जो मेरी गवाही देता है; फिर भी तुम जीवन पाने के लिये मेरे पास आना नहीं चाहते"
गवाहियाँ · 22. February 2020
मैं एक कैथोलिक परिवार में पली-बढ़ी हूँ, जब मैं छोटी थी, तो मैं अपने माता-पिता के साथ भक्तिपूर्ण विश्वास का जीवन जीती थी, प्रभु की भरपूर कृपा का आनंद लेती थी और सक्रिय रूप से कलीसिया के समारोहों में हिस्सा लेती थी।
प्रभु यीशु की वापसी · 18. February 2020
एक लेख है, जिसका शीर्षक है "सीपी की जाँच।" यह एक ऐसे लड़के की कहानी है, जिसे सीपियाँ बहुत पसंद थीं। एक दिन, उसकी माँ घर पर सीपियों का एक बड़ा झोला लेकर आई।
परमेश्वर लाता है मानव जाति का अंत इंसानी दुनिया में।
उसके बाद, वो खोल देता है अपना पूर्ण स्वभाव मानव जाति के सामने,
ताकि जो जानते हैं परमेश्वर को और जो नहीं जानते हैं उसे,
वे सभी अपनी आँखों से देखेंगे
कि सच में आया परमेश्वर इंसान के बीच,
उस पृथ्वी पर जहां सब कुछ है उगता।